Tuesday 10 February 2009

Love




मेरे पास एक बार एक दोस्त था जो मेरे बहुत करीब हो गया। एक बार जब हम एक स्विमिंग पूल के किनारे पर बैठे थे, तो उसने अपने हाथ की हथेली को कुछ पानी से भरा और मेरे सामने रखा, और यह कहा: "आप इस पानी को ध्यान से मेरे हाथ पर देखते हैं? यह प्यार का प्रतीक है।" यह मैंने इसे कैसे देखा: जब तक आप अपने हाथ को खुले तौर पर रखते हैं और इसे वहां रहने की अनुमति देते हैं, यह हमेशा रहेगा। हालांकि, अगर आप अपनी उंगलियों को बंद करने का प्रयास करते हैं और इसे रखने की कोशिश करते हैं, तो यह पहले मिलने वाली दरार के माध्यम से फैल जाएगा। यह सबसे बड़ी गलती है जो लोग प्यार से मिलने पर करते हैं ... वे इसे हासिल करने की कोशिश करते हैं, वे मांग करते हैं, वे उम्मीद करते हैं ... और जैसे पानी आपके हाथ से निकलता है, वैसे ही प्यार आपसे प्राप्त होगा। प्रेम का अर्थ है मुक्त होना, आप इसका स्वरूप नहीं बदल सकते। यदि ऐसे लोग हैं जिन्हें आप प्यार करते हैं, तो उन्हें स्वतंत्र प्राणी होने दें। उम्मीद करें और उम्मीद न करें। सलाह दें, लेकिन आदेश न दें। लेकिन, कभी भी मांग न करें। यह सरल लग सकता है, लेकिन यह एक ऐसा सबक है जो वास्तव में अभ्यास करने के लिए जीवन भर ले सकता है। यह सच्चे प्रेम का रहस्य है। सही मायने में इसका अभ्यास करें, आपको ईमानदारी से महसूस करना चाहिए उन लोगों से कोई अपेक्षा नहीं, जिन्हें आप प्यार करते हैं, और फिर भी बिना शर्त देखभाल। "पासिंग थिंकिंग ... जीवन को हम जितनी सांसें लेते हैं, उससे नहीं मापा जाता है; लेकिन उन क्षणों से भी जो हमारी सांस को रोक लेते हैं।

Tuesday 3 February 2009

मानव प्रादुर्भाव धरती पर

जीवन रहस्य 




सबसे  पहले  ब्रह्माजी  ने  इंडियन  और  हिन्दू  माइथोलॉजी  के  अनुसार  मनु  और  श्रद्धा  को  इस  पृथवी  पर  मानव  जीवन  को  आगे  बढ़ाने  और  सप्तऋषि  को  मार्ग  दर्शन  करने  के  लिए  भेजा  तो  मुझे  बताओ  आगे  की  पीढ़ी  में  सभी  भाई  बहिन  ही  थे  फिर  सृष्टि  कैसे  आगे  बड़ी ? 
मान लिया की उस समय अनजान में, जैसे ज्ञान की आभाव में उनका मिलान होता गया एवं इसी  प्रकार से मानव जाति का विकास होता गया फिर ये सब एक ही परिवार के सदस्य हुए।  इसके बाबजूद हमलोग अपनी अलग पहचान रखते हैं।  सबका मज़हब अलग है , इनमे काफी बड़ा भेदभाव रखा जा रहा है।  और तो और आये दिन कोई भी घटना दुर्घटना सब मानवों के विनाश के लिए हो रहा है।  क्या आज कोई मार्गदर्शक नहीं है जो वसुदेव कुटुम्ब्कम्ब का पाठ याद दिला सके और सबसे कहें की हम और हमारा विश्व पूर्ण रूप से एक ही फॅमिली है। क्या किसी के पास इन सवालों का जवाब है तो प्लीज मेरे सवालों का जवाब लिखे।  धन्यवाद 

दर्द(Pain)

  पूरे शरीर में दर्द के कारण कई लोगों को अकसर ही पूरे शरीर में दर्द रहता है। यह दर्द तनाव , स्ट्रेस , अनिद्रा आदि की व...