Thursday 5 March 2015

FRUITS & Herbs

आंवला



आंवला खाया कि नहीं...
आंवले का सेवन सेहत के लिए बहुत जरूरी है। इसके नियमित सेवन से न केवल स्वास्थ्य सही रहता है, बल्कि सुंदरता भी बढ़ती है...

आंवला को यदि गुणों की खान कहा जाए तो गलत न होगा। सर्दी के मौसम में मिलने वाला आंवला बहुत सारे गुणों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है। वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. सतीश चंद्र शुक्ला का कहना है कि अगर जाड़े के मौसम में प्रतिदिन आंवले का सेवन किया जाए तो शरीर पूरी तरह स्वस्थ रहेगा।

-आंवला बहुत सारे रोगों से राहत दिलाता है। इसमें कई सारे विटामिन्स और मिनरल्स जैसे विटामिन ए, बी-6, थियामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, कैरोटीन, कॉपर, पोटैशियम, मैंग्नीज आदि पाए जाते हैं। इसमें कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं।

-आंवले को कई प्रकार से खाया जा सकता है। आप चाहें तो इसे कच्चे रूप में खा सकते हैं। इसका जूस भी निकाला जा सकता है। इसकी चटनी बनाने के साथ ही इसका हलुआ भी बनाया जा सकता है। आंवले के लच्छों को मीठा या नमकीन बनाकर खाया जा सकता है। इसका मुरब्बा तो हर मौसम में खाया जाता है। आंवला के रस को शहद या एलोवेरा में मिलाकर लिया जा सकता है।

-आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी के कारण आंवला बालों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से न केवल बालों की ग्रोथ अच्छी होती, बल्कि उनमें चमक भी आती है और बालों का गिरना भी कम हो जाता है। इसके रस को बालों की जड़ों में लगाने से भी लाभ मिलता है।

-विटामिन ए और कैरोटीन से भरपूर होने के कारण आंवला आंखों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से न केवल आंखों की रोशनी सही रहती है, बल्कि वे कई सारी समस्याओं से भी बची रहती हैं।

-आंवले में मौजूद कैल्शियम दांतों, नाखूनों, त्वचा और हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे त्वचा में निखार भी आता है। इसमें मिलने वाला प्रोटीन शरीर को पूरी तरह स्वस्थ रखता है।

-डाइबिटीज वाले लोग भी आंवले का सेवन कर सकते हैं। इसमें मिलने वाला क्रोमियम ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है। हां, यह ध्यान रखें कि बगैर शक्कर वाले आंवले का ही सेवन करें।

-आंवले में पानी भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसके सेवन करने पर पेशाब के साथ शरीर के हानिकारक तत्व जैसे अतिरिक्त पानी, नमक और यूरिक एसिड बाहर हो जाते हैं। यही कारण है कि यह किडनी को स्वस्थ रखने में भी सहायक है।

-इसमें फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। फाइबर हमारे पाचन तंत्र अर्थात पेट के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से कब्ज की शिकायत दूर होती है। साथ ही डायरिया होने का भी खतरा नहीं रहता है।

-आंवले में मिलने वाले पोषक तत्व जैसे आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय को दुरुस्त रखने में बहुत सहायक हैं। आंवले के नियमित सेवन से हृदय में रक्तसंचार सही रूप से होता है। यह कोलेस्ट्राल के स्तर को भी सही रखता है।

-पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण आंवला एंटी एजिंग का भी काम करता है। साथ ही विभिन्न प्रकार के संक्रमण से बचाव करता है। यह हमारे इम्यून सिस्टम को सही रखता है। सर्दी-जुकाम से बचाव करने के साथ ही यह एनीमिया होने से भी बचाता है। एक्ने और पिंपल्स से भी बचाव करने में भी यह सहायक है।

कब और कितनी मात्रा में पीना चाहिए आंवला जूस 
सुबह खाली पेट आंवला जूस केवल 10 मिलीग्राम ही लें।बढ़ाकर 20 मिलीग्राम कर सकते हैं।इससे ज्यादा आंवला जूस का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।अलग-अलग समय पर इसे दो बार में भी ले सकते हैं। 

 

आंवला और इसका जूस पीने के फायदे- 
-आंखों के लिए आंवला अमृत समान है, यह आंखों की रोशनी को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके लिए रोजाना एक चम्मच आंवला के पाउडर को शहद के साथ लेने से लाभ मिलता है और मोतियाबिंद की समस्या भी खत्म हो जाती है।
-बुखार से छुटकारा पाने के लिए आंवले के रस में छौंक लगाकर इसका सेवन करना चाहिए, इसके अलावा दांतों में दर्द और कैविटी होने पर आंवले के रस में थोड़ा सा कपूर मिला कर मसूड़ों पर लगाने से आराम मिलता है।
-शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर आंवल सबसे बेहतर उपाय है। आंवले के रस का सेवन या आंवले को किसी भी रूप में खाने पर यह ठंडक प्रदान करता है। हिचकी तथा -उल्टी होने की पर आंवले के रस को मिश्री के साथ दिन में दो-तीन बार सेवन करने से काफी राहत मिलेगी।
 -चेहरे के दाग-धब्बे हटाकर उसे खूबसूरत बनाने के लिए भी आंवला आपके लिए उपयोगी होता है। इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा साफ, चमकदार होती है और झुर्रियां भी कम हो जाती हैं।

इन चीजों के साथ सेवन करने के फायदे 
-आवंला कूटकर पेस्ट के रूप में तैयार कर लें।दो चम्मच आंवला का गूदा और दो चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम लें। जुकाम नहीं होगा, अगर है तो वह ठीक हो जाएगा।
-6-7 दिन तक खाली पेट एक चम्मच केवल आंवला जूस पिएं। इससे पेट के कीड़े मरेंगे।पेट साफ होगा।
-डायबिटीज़ की समस्या से जूझ रहे लोग भी आंवला जूस का सेवन कर सकते हैं।आंवला ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में कारगर है।
-पेशाब में जलन हो तो खाली पेट आंवला और शहद मिलाकर पिएं। राहत मिलेगी।
-खांसी के लिए भी आंवला काफी फायदेमंद है।आंवले का मुरब्बा दूध के साथ लें। खांसी में आराम मिलेगा।
-सफेद बालों को काला करने में आंवला कारगर है। नारियल के तेल में दो से तीन साबुत आंवला रात में भिगोकर रखें। सुबह में इस तेल की मालिश करें।बाल काले हो जाएंगे और मजबूत भी होंगे।


केला 



सेब ही नहीं, बल्कि दिन में दो केले भी आपको डॉक्टर से दूर रख सकते हैं। इससे पहले की हम आपको एक दिन में दो केले खाने के फायदे बताना शुरू करें, पहले यह जान लीजिए कि केला खाने से कोई मोटा नहीं होता। यह सिर्फ एक मिथ है। इससे आपको तुरंत एनर्जी मिलती है। इसमें फाइबर और तीन तरह की शुगर होती है- सुक्रोज़, फ्रुक्टोज़ और ग्लूकोज़।
एक रिसर्च के मुताबिक, 90 मिनट के वर्कआउट के लिए दो केले आपको खूब एनर्जी दे सकते हैं। इसलिए एथलीट्स केला ज़रूर खाते हैं। एनर्जी लेवल बढ़ाने के अलावा, केले से विटामिन्स भी मिलते हैं। दिन में दो केले खाने से आपके शरीर से जुड़ी 12 परेशानियां दूर हो सकती हैं।

1.डिप्रेशन:

एक रिसर्च की मानें तो डिप्रेशन के मरीज़ जब भी केला खाते हैं, उन्हें आराम मिलता है। दरअसल, केले में एक ऐसा प्रोटीन होता है, जो आपको रिलैक्स फील करवाता है और आपका मूड अच्छा करता है। केले में विटामिन B6 भी होता है, जिससे आपका ब्लड ग्लूकोज़ लेवल ठीक रहता है।

2.एनीमिया:

केले में आयरन होता है। इसलिए इसे खाने से ब्लड में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। जिन लोगों को एनीमिया है, उन्हें केला ज़रूर खाना चाहिए।
3.ब्लड प्रेशर
4.ब्रेन पावर
5.कॉन्सटीपेशन
6.हैंगओवर्ज़
7.हार्टबर्न
8.मॉर्निंग सिकनेस
9.मस्कीटो बाइट्स
10.नर्व्ज़
11.अल्सर
12.टेम्परेचर कंट्रोल

3.ब्लड प्रेशर:
इसमें पोटैशियम बहुत ज़्यादा होता है और नमक की मात्रा कम होती है, जिसके चलते आपका ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है। FDA, यानी US FOOD AND DRUG ADMINISTRATION ने भी हाल ही में BANANA INDUSTRY को यह बात आधिकारिक रूप से बताने को कहा है कि केला खाने से ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक होने का रिस्क कम हो जाता है।

4.ब्रेन पावर:

इंग्लैंड के एक स्कूल में 200 स्टूडेंट्स को हर रोज़ इम्तिहान से पहले नाश्ते में केला ज़रूर खिलाया गया, ताकि उनका दिमाग तेज़ हो। दरअसल, रिसर्च कहता है कि पोटैशियम होने के चलते, केला खाने से याद करने की क्षमता बढ़ती है।

5.कॉन्सटीपेशन:

अगर आपको कब्ज़ रहती है, तो केला आपके काफी काम की चीज़ है। दिन में दो केले खाइए और फिर देखिए फाइबर होने के चलते केला खाने से कैसे आपकी यह परेशानी दूर होती है।

6.हैंगओवर्ज़ :

बहुत ज़्यादा अल्कोहल पीने के बाद, अगर आपका सिर दर्द हो, तो एक गिलास BANANA SHAKE पिएं। इसमें थोड़ी शहद भी डालिए। कुछ देर में आपका ब्लड शुगर लेवल ठीक हो जाएगा और हैंगओवर भी दूर हो जाएगा। सिर्फ यही नहीं, इससे आपकी बॉडी भी हाइड्रेटिड हो जाएगी।

7.हार्टबर्न:

अगर आपको एसिडिटी हो रही है और सीने में जलन भी, तो केला आपकी समस्या का समाधान है। 
8.मॉर्निंग सिकनेस:

अगर आपको खाने के बाद भी भूख लगती है, तो केला खाएं। इससे आपका ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल रहेगा और आप रिलैकस्ड फील करेंगे।

9.मस्कीटो बाइट्स:
मच्छर के काटने पर आप लोशन या क्रीम की जगह, केले के अंदर का भाग भी लगा सकते हैं। इससे सूजन और जलन कम हो जाएगी।

10.नर्व्ज़:

केले में विटामिन B होता हैं, जो आपके नर्वस सिस्टम को सही रखता है। ऑस्ट्रेलिया के एक साइकोलॉजी इंस्टिट्यूट ने रिसर्च में पाया कि वर्कप्लेस में भूख लगने पर इम्पलॉई फास्ट फूड और स्नैक्स से अपना पेट भरते हैं। इस वजह से टेंशन और मोटापा बढ़ता है। इसलिए ज़रूरी है कि हर दो घंटे बाद आप कार्बोहाइड्रेट वाला फूड खाएं, जैसे केला।

11.अल्सर:

अगर आपको आए दिन छाले होते हैं, तो केला आपके लिए लाभदायक हो सकता है।

12.टेम्परेचर कंट्रोल:

केला खाने से प्रेग्नेंट वुमन का टेम्परेचर भी सही रहता है। अगर आप केले की तुलना सेब से करेंगे, तो पाएंगे कि केले में सेब से चार गुना ज्य़ादा प्रोटीन, दो गुना ज़्यादा कार्बोहाइड्रेट, तीन गुना ज़्यादा फॉस्फोरस, पांच गुना ज़्यादा विटामिन A और आयरन होता है। केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए दिन में दो केले ज़रूर खाएं और हेल्दी रहें।

किन्हें केला नहीं खाना चाहिए ?

दमा के मरीज़ों को केला नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे दमा बढ़ सकता है या उन्हें दमे का अटैक आ सकता है। सर्दियों में तो इसे खासकर न खाएं। सिर्फ यही नहीं, उन्हें दूध या दूध से बने प्रोडक्ट्स भी अवॉइड करने चाहिए। इसलिए वो बनाना शेक भी न लें, तो उनकी सेहत के लिए फायदेमंद होगा।
-अगर आपको खांसी है, तो भी आपको केला नहीं खाना चाहिए। इससे बलगम बनेगी और
खांसी बढ़ेगी।

बालों में चमक के लिए केला है बेस्ट !

बालों को झड़ने से बचाने के लिए हेयर मास्क बहुत कारगर है, लेकिन आप हमेशा पार्लर जाकर हेयर मास्क नहीं लगवा सकते। इसलिए हम आपको घर पर कैमिकल-फ्री हेयर मास्क बनाना सिखा रहे हैं। इससे आपके बाल हेल्दी होंगे और उनमें चमक भी आएगी।

BANANA CREAM MASK:

यह मास्क आपके बालों को हेल्दी और उन्हें शाइनिंग रखता है। यह आपके बालों की जड़ों को कमजोर होने से रोकता है और उन्हें मजबूती देता है। केले में मौजूद आयरन और विटामिन बालों को जरूरी पोषण देते हैं। इसे तैयार करने के लिए एक पके हुए केले को मिक्सी में पीस लें। फिर उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और बालों में लगाएं। 15-20 मिनट के बाद उन्हें गुनगुने पानी से धो लें। शहद नेचुरल कंडीशनर की तरह काम करता है। इस मास्क को फ्रिज में कई दिनों तक स्टोर करके रखा जा सकता है। 

चुकंदर


# 1 आपके रक्तचाप के स्तर को कम करता है चुकंदर नाइट्रेट्स का एक बड़ा स्रोत है, जिसका सेवन करने पर यह नाइट्राइट और नाइट्रिक ऑक्साइड नामक गैस में बदल जाता है। ये दोनों घटक धमनियों को चौड़ा करने और रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि प्रतिदिन लगभग 500 ग्राम चुकंदर खाने से व्यक्ति का रक्तचाप लगभग छह घंटे में कम हो जाता है ।

# 2 'खराब' कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और पट्टिका निर्माण को रोकता है ।

चुकंदर में बड़ी मात्रा में घुलनशील फाइबर, फ्लेवोनोइड्स और बेटासैनिन शामिल हैं। बेटिसैनिन वह यौगिक है जो चुकंदर को अपने प्यूरिश-लाल रंग देता है और एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट भी है। (1) यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को कम करने में मदद करता है और इसे धमनी की दीवारों पर जमा करने की अनुमति नहीं देता है। यह दिल को संभावित हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाता है ताकि दवा की जरूरत कम हो।

# 3 गर्भवती महिलाओं और अजन्मे बच्चे के लिए अच्छा है ।

जड़ की एक और अद्भुत गुणवत्ता यह है कि इसमें फोलिक एसिड की प्रचुर मात्रा में आपूर्ति होती है। फोलिक एसिड गर्भवती माँ और अजन्मे बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अजन्मे बच्चे की रीढ़ की हड्डी के उचित गठन के लिए एक आवश्यक घटक है, और बच्चे को स्पाइना बिफिडा जैसी स्थितियों से बचा सकता है (यह एक जन्मजात विकार है जहाँ बच्चे की रीढ़ की हड्डी नहीं होती है) पूरी तरह से और ज्यादातर मामलों में ऐसा लगता है कि इसे आधार में दो में विभाजित किया गया है)। चुकंदर गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए मॉम्स-टू-बी देता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को फोलिक एसिड की आवश्यकता क्यों होती है इसके बारे में और पढ़ें।

# 4 ऑस्टियोपोरोसिस को पीटता है ।

चुकंदर खनिज सिलिका के साथ पैक किया जाता है, शरीर के लिए कैल्शियम का कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। चूँकि कैल्शियम हमारी हड्डियों और दाँतों को बनाता है, एक दिन चुकंदर के रस का एक गिलास पीने से ऑस्टियोपोरोसिस और अस्थि भंग जैसी बीमारियों को दूर रखने में मदद मिल सकती है। यहां बताया गया है कि आप ऑस्टियोपोरोसिस को कैसे रोक सकते हैं।

# 5 मधुमेह की जाँच करता है ।

मधुमेह से पीड़ित लोग अपने आहार में थोड़ा चुकंदर शामिल करके अपनी मीठी लालसा को पूरा कर सकते हैं। एक मध्यम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वेजीटेबल होने के नाते (इसका मतलब है कि यह शक्कर को बहुत धीरे-धीरे रक्त में छोड़ता है), यह आपकी शर्करा की तृष्णा को कम करते हुए आपके रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में सहायक होता है। (२) इसके अलावा, यह सब्जी कैलोरी में कम है और वसा रहित यह मधुमेह रोगियों के लिए एक आदर्श सब्जी है।

# 6 एनीमिया का इलाज करता है ।

यह एक आम मिथक है कि क्योंकि चुकंदर का रंग लाल होता है, यह खोए हुए रक्त को बदल देता है और इसलिए एनीमिया का इलाज करने के लिए अच्छा है। हालांकि यह कई लोगों के लिए अपमानजनक लग सकता है, मिथक में एक आंशिक सच्चाई छिपी है। चुकंदर में बहुत सारा आयरन होता है। आयरन हैमगलगुटिनिन के निर्माण में मदद करता है, जो रक्त का एक हिस्सा है जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने में मदद करता है। यह लोहे की सामग्री है न कि रंग जो एनीमिया के इलाज में मदद करता है। एनीमिया होने पर 5 खाद्य पदार्थों के बारे में पढ़ें, जिनसे आपको बचना चाहिए।

# 7 थकान दूर करने में मदद करता है ।

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के सम्मेलन में प्रस्तुत एक अध्ययन में कहा गया है कि चुकंदर व्यक्ति की ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि इसकी नाइट्रेट सामग्री के कारण यह धमनियों को पतला करने में मदद करता है जिससे शरीर के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन के उचित परिवहन में मदद मिलती है, जिससे व्यक्ति की ऊर्जा बढ़ती है। एक अन्य सिद्धांत यह था कि क्योंकि जड़ लोहे का एक समृद्ध स्रोत है, यह किसी व्यक्ति की सहनशक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है। (3) जो भी स्रोत है, एक थका देने वाले दिन के अंत में एक पिक-अप हो सकता है, जो सिर्फ एक की जरूरत है।

# 8 यौन स्वास्थ्य और सहनशक्ति में सुधार करता है ।

Known प्राकृतिक वियाग्रा ’के रूप में भी जाना जाता है, चुकंदर का उपयोग आमतौर पर एक व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए कई प्राचीन रीति-रिवाजों में किया गया है। चूँकि सब्जी नाइट्रेट का एक समृद्ध स्रोत है, यह शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड छोड़ने में मदद करता है, रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करता है, और जननांगों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है - एक तंत्र जो वियाग्रा जैसी दवाओं को दोहराने की तलाश करता है। एक अन्य कारक यह है कि चुकंदर में बहुत सारे बोरॉन होते हैं, एक रासायनिक यौगिक जो मानव सेक्स हार्मोन के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। तो अगली बार, नीली गोली खाई और इसके बजाय कुछ चुकंदर का रस लें। यहाँ 8 यौन सहनशक्ति बढ़ाने के टिप्स दिए गए हैं जो आपको याद नहीं होने चाहिए!

# 9 आपको कैंसर से बचाता है ।

चुकंदर में बेटासैनिन सामग्री का एक और बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। वॉशिंगटन डीसी के हावर्ड विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन में, यह पाया गया कि बिटकॉइनिन ने स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों में 12.5 प्रतिशत तक ट्यूमर के विकास को धीमा करने में मदद की। (४) यह प्रभाव न केवल कैंसर के निदान और उपचार में मदद करता है, बल्कि यह कैंसर से बचे लोगों को कैंसर मुक्त रहने में भी मदद करता है।

# 10 कब्ज को दूर करता है ।

इसकी उच्च घुलनशील फाइबर सामग्री के कारण, चुकंदर एक महान रेचक के रूप में कार्य करता है। यह मल को नरम करके आपके मल त्याग को नियमित करने में मदद करता है। यह बृहदान्त्र को भी साफ करता है और पेट से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। कब्ज से राहत पाने के लिए यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं।

# 11 मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाता है ।

ब्रिटेन के एक्सेटर विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि चुकंदर का रस पीने से एक व्यक्ति की सहनशक्ति 16 प्रतिशत बढ़ सकती है, क्योंकि यह नाइट्रेट सामग्री की वजह से है। शरीर द्वारा ऑक्सीजन को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, अध्ययन में यह भी पाया गया कि इस एक कारक के कारण, यह मस्तिष्क के उचित कामकाज में भी मदद कर सकता है और मनोभ्रंश की शुरुआत को हरा सकता है। (५) यह भी देखा गया है कि नाइट्राइट में परिवर्तित होने पर नाइट्रेट तंत्रिका आवेगों के बेहतर संचरण में मदद करता है, जिससे मस्तिष्क बेहतर कार्य करता है।



4 comments:

  1. IT IS QUITE INFORMATIVE & WE SHOULD KEEP READING OF THESE NATURAL FACTS WHICH OUR ANCESTORS WERE USING IT IN THEIR TIME.

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  2. मैं आपके बलोग को बहुत पसंद करता है इसमें बहुत सारी जानकारियां है। मेरा भी कार्य कुछ इसी तरह का है और मैं Social work करता हूं। आप मेरी साईट को पढ़ने के लिए यहां पर Click करें-
    Herbal remedies

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  3. बहुत अच्छी जानकारिया है आपके पास
    बालों की सुरक्षा

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Thanks for Writing...

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