फैटी लिवर एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें लिवर में फैट जिसे हम हिंदी में वसा या चर्बी कहते
हैं का जमाव हो जाता है। इसका कारण हैं शराब का सेवन, अनावश्यक दवाइयों का सेवन, कुछ
तरह के वायरस इनफेक्शन जैसे हेपेटाइटिस सी। परंतु आज के दौर में इसका प्रमुख कारण हमारी
अनियंत्रित लाइफस्टाइल और इससे जुड़ी बीमारियां है। लिवर में फैट जमा होने की संभावना
उन लोगों में ज्यादा होती है जिन्हें मोटापा, डायबिटीज या उनके ब्लड में कोलेस्ट्रॉल
यानी फैट की मात्रा ज्यादा हो। ऐसे लोगों में लिवर में फैट जमने की संभावना लगभग
60% होती है। इस तरह के व्यक्तियों में लिवर में फैट जमा होने को हम नॉन अल्कोहोलिक
फैटी लीवर डिजीज (NAFLD) कहते हैं। इसके विपरीत शराब से होने वाले फैटी लिवर को हम
एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज कहते हैं।
जैसा कि मैंने बताया कि लिवर में सिर्फ चर्बी जमा होने से जिसे हम simple steatosis कहते हैं से कोई नुकसान नहीं होता परंतु अगर NASH की स्थिति है तो फिर यह बीमारी कुछ लोगों में धीमी गति से बढ़ सकती है। NASH के मरीजों में यह देखा गया है कि धीरे-धीरे लिवर में स्कार टिश्यू (scar tissue) यानी रेशे (fibrosis) पड़ने लगते हैं और करीब 1% फैटी लीवर के मरीजों में 15 से 20 सालों में लिवर खराब होकर फेल भी हो सकता है और लिवर ट्रांसप्लांट की नौबत तक आ सकती है। इसलिए फैटी लिवर के मरीजों में यह जरूरी है कि वें पता लगाएं कि लिवर में सिर्फ फैट (simple steatosis) है या NASH की अवस्था है।
फैटी लिवर
के लक्षण
साबुत अनाज फैटी लीवर के
नुकसान को रोकता है। आंवला में भरपूर मात्रा में एन्टीऑक्सिडेंट और विटामिन सी
मौजूद होता है जो लीवर फंक्शन को दुरुस्त रखने का काम करता है। आंवले के सेवन
से लिवर में मौजूद हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते है। इस वजह से लिवर के
मरीजों को आंवला खाने की सलाह दी जाती है।
फैटी लीवर
के लिए समझदारी से खाने के तरीके
- जौ, जई, बाजरा, मूंग, मटकी
आदि जैसे साबुत अनाज और फलियों पर ध्यान दें। ...
- जितना हो सके उतने फल और
सब्जियों का सेवन करें। ...
- तले हुए खाद्य पदार्थों से
पूरी तरह से बचें। ...
- रोजाना अपने आहार में
एवोकाडो, अखरोट, कद्दू के बीज, सन बीज आदि के रूप में ओमेगा 3 फैटी
एसिड की एक खुराक जोड़ें।
फैटी लिवर की समस्या से ग्रसित लोगों को दूध नहीं पीना
चाहिए ?
ऐसे लोग दूध को आसानी से पचा नहीं पाते हैं। फैटी लिवर से
जूझ रहे लोगों को प्रोटीन बहुत सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
फैटी लीवर की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
अगर आपको फैटी लिवर की शिकायत है तो आपके लिए आंवला
किसी दवा से कम नहीं है. जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होता है उन्हें आंवला खाने
की सलाह दी जाती है. आवंला में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिससे लिवर
हेल्दी रहता है. अगर आप फैटी लिवर की समस्या से परेशान हैं तो आपको डाइट में आंवला
जरूर शामिल करना चाहिए.
नोट:- फैटी लिवर से बचने और ठीक करने का सबसे आसान उपाय की जब बहुत
भूख लगे तभी खाना और भूख से कम भोजन लेना बहुत जल्द आपको स्वस्थ कर सकता है।
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