वो फ़ूड जिनसे कैंसर होता है
जंक फूड खाने से कैंसर होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है, चाहे ये खाने में कितना ही टेस्टी क्यों न हो, लंबे समय में, ये आपकी सेहत पर बहुत सारे बुरे असर डालता है। लेकिन कुछ दूसरी ऐसी चीज़ें भी है जो जंक फूड जितनी ही बुरी हैं और जिसने धीरे धीरे कैंसर भी हो सकता है। और आपको पता है कि सबसे बुरा क्या है? आपको पता भी नहीं चलेगा कि ऐसा कब हो गया।
यह, उन 15 खाई जाने वाली चीजों को लिस्ट है जिनसे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, और जिन्हें हम रोज खाते हैं साथ ही उनके अलावा कुछ हेल्थी ऑप्शन्स के साथ।
1.कोल्ड ड्रिंक
कोल्ड ड्रिंक चीनी से भरी होती है – जो कैंसर होने का मुख्य कारण है, और बिना चीनी के भी, यह आपके लिए काफी बुरा है -इसमें आर्टिफिशियल केरामेल कलर होता है। इस आर्टिफिशियल कलर को केरामेल IV कहते हैं और एक केमिकल 4-MEI होता है जो एक अमोनिया वाली प्रक्रिया से निकलता है।
अन्य ऑप्शन – पानी पीने के लिए हमेशा सबसे अच्छा ऑप्शन होता है, लेकिन अगर आप कोल्ड्रिंक की मिठास के बिना नहीं रह सकते तो, वो वाला पैक खरीदें जिसमे 4 MEI न हो।
2. ग्रिल्ड रेड मीट
ग्रिल्ड मीट बहुत स्वादिस्ट तो होती है, लेकिन साइंटिस्ट ने पता लगाया है कि जब इसे तेज़ तापमान पर पकाया जाता है, तो इसमें कैंसर करने वाले हाइड्रोकार्बन बन जाते हैं जो इसके केमिकल और मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर में बदलाव के कारण बनते हैं।
अन्य ऑप्शन– रेड मीट कम ही खाएं और इसे सावधानी से पकाएं, या इसके बदले वाइट मीट खाएं, जैंसे चिकन।
3. माइक्रोवेव पोपकोर्न
वो डीआसेटेल है जो आपके माइक्रोवेव पॉपकॉर्न को स्वादिस्ट बनाता है, लेकिन जब इसे गर्म किया जाता है, तो ये यह जहरीला हो जाता है। साथ ही इसके बैग पर बनी लाइनिंग कार्सिनोजेनिक होती है। इतना ही नहीं, पोपकोर्न बनाने वाली कंपनियों को यह नहीं बताना पड़ता कि उनके कर्नेल GMO हैं या नहीं, जिसका मतलब है कि वो होते हैं।
अन्य ऑप्शन– आर्गेनिक कर्नेल के खरीदें और उन्हें ओलिव आयल के साथ ओवन में बनाएं या एक एयर पोपर में बनाएं।
4. कैन में मिलने वाला खाना, खासकर टमाटर
कैन में मिलने वाला खतरनाक खतरनाक हो सकता है क्योंकि कैन्स पर केमिकल BPA छिड़क जाता है, ये हॉर्मोन को बदलता है और यह चूहों के ब्रेन सेल्स में बदलाव ला देता है। कैंड टमाटर और भी बुरे इसलिए होते हैं क्योंकि उनमें मौजूद एसिड BPA को खाने में सोख लेता है जो इसे और भी खतरनाक बना देता है।
5. वेजिटेबल आयल
ये वेजिटेबल आयल श्रोतों से केमिकल के द्वारा निकाले जाते हैं। जिनके अंदर खतरनाक मात्रा में ओमेगा-6 फैट होते हैं, जो सेल मेम्ब्रेन के स्ट्रक्चर में बदलाव लाते हैं जिससे कैंसर हो सकता है।
अन्य ऑप्शन– अन्य नेचुरल तरीके से निकाले गए आयल इस्तेमाल करें, जैंसे केनोला या ओलिव आयल।
6. फार्मड फिश, खासकर सैल्मन
हालांकि, जंगली सैल्मन में आपके लिए बहुत सारे अच्छे प्रोटीन होते हैं, अमेरिका में 60% से ज्यादा खाए जाने वाली सैल्मन पैदावार से आती है और उन्हें पेस्टिसाइड और एन्टी बियोटिक्स खिलाए जाते हैं, जो उनके शरीर में जमा हो जाते हैं, और जब हम इसे खाते हैं तो हमारे अंदर भी आ जाते हैं।
7.आर्टिफिशियल स्वीटनर्स
ज्यादातर आर्टिफिशियल स्वीटनर्स केमिकल प्रोसेस से बनाए जाते हैं, और वो सेफ होते हैं कि नहीं इसके बारे में कहा नहीं जा सकता है। कुछ शोध कहते हैं आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से एक जहरीला पदार्थ DKP (Diketopiperazine) निकलता है जो शरीर में जमा होकर ब्रेन ट्यूमर को पैदा कर सजता है। to build up in the body and potentially cause brain tumors.
अन्य ऑप्शन– अगर आप आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करते हैं तो स्टेविया क्योंकि ये नेचुरल है। कुछ रेसिपीज़ में आप इसकी जगह एप्पल सॉस भी डाल सकते हैं।
8. मैदा
मैदे में कुछ भी न्यूट्रिएंट्स नाहन होते क्योंकि इसे केमिकल प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। और उस से बुरा, इसे सफेद बनाने के लिए क्लोरीन गैस से ब्लीच किया जाता है। इसके अंदर बहुत सारे कार्बोहायड्रेट भी होते हैं, जो आसानी से चीनी में बदल जाते हैं – कैंसर का पसंदीदा खाना – आपके शरीर में।
9. आम फल, जिन्हें “गंदे” फल भी कहते हैं
फल और सब्जी अपने आप में अच्छे होते हैं, लेकिन अगर उनपे पेस्टीसाइड छिड़के गए हों तो वो कभी भी अच्छे नहीं हो सकते।अल्ट्राज़ैन, जो कि कीटनाशक है, उसे यूरोप में लोगों में परेशानी फैलाने के कारण बैन किया जा चुका है, लेकिन फिर अमेरका में इसका इस्तेमाल किया जाता है। एनवायर्नमेंटल वर्किंग ग्रुप (EWG) को पता चला है कि, 98% खेती ऐसे पेस्टिसाइड से गंदी हो चुकी है जो कैंसर करते हैं।
अन्य ऑप्शन – हमेशा आर्गेनिक फल ही खरीदें, और उन्हें खाने से पहले अच्छे से धो लें।
10. प्रोसेस्ड मीट
इनमे बेकन, हॉट डॉग, सॉसेज, और डेली मीट शामिल है। प्रोसेसिंग के दौरान भारी मात्रा में सॉल्ट और हानिकारक केमिकल, खासकर नाइट्रइट और नाइट्रेट डाले जाते हैं जो कि खाने को लंबे समय तक बचा कर रखने के लिए डाले जाते हैं। ये एडिटिव खाने को और चहेता बनाने के लिए डाले जाते हैं लेकिन आपकी सेहत के लिए खतरा हैं।
11. पोटैटो चिप्स
पोटैटो चिप्स बहुत से कारणों से गंदे हैं। पहला, की इन्हें ट्रांसफैट में तला जाता है – लिस्ट का पांचवा आइटम याद है? और इसे सोख लेते हैं, और दूसरा, इनमें बहुत सारा सॉल्ट होता है जोकि ना सिर्फ कैंसर के खतरों को बढ़ा सकता है, लेकिन दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ देता है। कई चिप्स में प्रेसर्वस्टिव और आर्टिफिशियल कलर बहु होते हैं।
अन्य ऑप्शन – स्नैक के लिए आप कुछ प्रेतजेल, नेचुरल पोपकें, ओर बनाना चिप्स खा सकते हैं।
12. GMO(Genetically Modified Organism ) फ़ूड
जीएमओ का उपयोग किसलिए किया जाता है?
कीटों या रोगों के प्रति बढ़ी हुई प्रतिरोधक क्षमता (उदाहरण के लिए, बीटी मक्का कुछ कीटों के लिए विषैला प्रोटीन उत्पन्न करता है)।शाकनाशियों के प्रति सहनशीलता (उदाहरण के लिए, "राउंडअप रेडी" सोयाबीन शाकनाशी के उपयोग के बाद भी जीवित रह सकता है)।बेहतर शेल्फ लाइफ या पोषण मूल्य (उदाहरण के लिए, गोल्डन राइस को विटामिन ए उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन किया गया है)।बेहतर पैदावार और जलवायु लचीलापन (कुछ जीएमओ फसलें सूखे या लवणीय मिट्टी को सहन कर लेती हैं)।
�� आम GMO खाद्य पदार्थ
सोयाबीन
मक्का
कपास के बीज का तेल
कैनोला तेल
चुकंदर
पपीता (खासकर हवाई से)
आलू और सेब की कुछ किस्में
⚖️ फ़ायदे
फ़सल की ज़्यादा पैदावार और कम उत्पादन लागत
रासायनिक कीटनाशकों की कम ज़रूरत
बढ़े हुए पोषण की संभावना
संभावित पर्यावरणीय लाभ (जैसे, कम जुताई, कम कार्बन उत्सर्जन)
⚠️ नुकसान / चिंताएँ
संभावित एलर्जेन का प्रवेश (दुर्लभ लेकिन निगरानी में)
गैर-GMO फसलों के साथ क्रॉस-संदूषण का जोखिम
बीजों और कृषि पद्धतियों पर कॉर्पोरेट नियंत्रण
प्रतिरोधी खरपतवारों या जैव विविधता के नुकसान जैसे पर्यावरणीय प्रभाव
उपभोक्ताओं के लिए नैतिक या लेबलिंग संबंधी चिंताएँ
GMO फूड्स सुरक्षित हैं या नही इसके ऊपर बहुत बहस है। एक तरफ, बड़ी फ़ूड कंपनियां GMO प्रोडूक्ट्स को पसंद करती हैं क्योंकि ये आर्गेनिक फ़ूड से ज्यादा टिकाऊ होता है, साथ ही इसे गरीब देशों में फसल के रूप में तैयार करना आसान है। हालांकि, फ़ूड के बाज़ार में आने से पहले बहुत कम टेस्टिंग की गई, और हमे लंबे समय में इस से होने वाले असर के बारे में कुछ भी नाहन पता है।
13. ज्यादा शराब
नेशनल कैंसर इंस्टीटूट द्वारा की गई स्टडीज सिर, गर्दन, गले, लिवर, छाती और आंत के कैंसर का संबंध ज्यादा शराब पीने के साथ दिखती है। फिर भी, बहस तो न कम न ज्यादा मात्रा में शराब पीने पर है, लेकिन आमतौर पर थोड़ी थोड़ी शराब पीने को सेहतमंद बताया जाता है।
अन्य ऑप्शन – अगर आप शराब नहीं छोड़ना चाहते तो, इसे कम खतरे वाली मात्रा में पिएं- एक दिन में महिलाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा 3 ड्रिंक और पुरुषों के लिए 4 ड्रिंक। और हफ्ते में महिलाओं के लिए कुल 7 ड्रिंक और पुरुषों के लिए 14 ड्रिंक। अगर आप छोड़ना चाहते हैं और लंबे वक्त से शराबी थे, तो आप भी ध्यान रखें इसे सैज़ेर और देलिरियम हो सकता है जिससे जान भी जा सकती है।
14. रिफाइंड शुगर
इस श्रेणी में सबसे बड़ी परेशानी हाई फ्रुक्टोज़ कॉर्न सिरप (HFCS) है, और अन्य रिफाइंड शुगर, यहां तक कि ब्राउन शुगर भी परेशानी बन रही है क्योंकि बड़ी कॉमपनियाँ चीनी को नेचुरल तरीके से बनाने की बजाय उसमे बाद थोड़ा सा मोलास्सेस डाल देते हूं। रिफाइंड शुगर इन्सुलिन को बढ़ा देते हैं, और चीनी से कैंसर सेल बढ़ते हैं।
अन्य ऑप्शन – पैकेज फ़ूड को खरीदने से पहले हमेशा उसके इंग्रेडिएंट्स पढ़ें; उनके अंदर चीनी की मात्रा आपको चौंका देगी, यहां तक कि कुछ हेल्थी चीजों में भी। मीठा खाने के मन को फल से भरें न कि कैंडी से, और आप ठीक रहेंगे।
15. ट्रांस फैट
ट्रांस फैट को मैन्युफैक्चरर तरल तेल को ठोस बनाने से बनाया जाता है, इस प्रक्रिया को हैड्रोजनैशन कहते हैं , जो विभिन प्रोडूक्ट्स की एक्सपायरी डेट बढ़ देता है। लेकिन अब आपको पता चल चुका होगा कि, ट्रांस फैट से भी कैंसर होता है, क्योंकि 2015 में फ़ूड मैन्युफैक्चरर को अपने प्रोडक्ट से पार्शियली हाइड्रोजनेटेड आयल (PHOs) हटाने के लिए 3 साल दिए गए थे।
अन्य ऑप्शन – बेहतर है की आप ऐसा कुछ खाएं जिसमे काम फैट हों, लेकिन आप अगर ऐसी स्वाद वाली चीज़ें खाना चाहते हैं तो, वो खाएं जिनमें बटर जैंसे चीज़ें हों नो की सैचुरेटेड फैट है, लेकिन ध्यान रहे कि आप इसे ज्यादा न खाएं क्योंकि यह भी खतरनाक है।
नोट :- यहाँ वर्णित जानकारी healthsupportmag.कॉम से मदद लेकर दी गई है इसलिए इसका क्रेडिट उनको जाता है क्यूंकि जानकारी आज की जरूरत है , और आज के दौर में कैंसर एक बहुतायत में होने वाली बीमारी बनती जा रही है।
















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